मंगलायतन विश्वविद्यालय में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया 78 वां स्वतंत्रता दिवस

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मंगलायतन विश्वविद्यालय में 78 वां स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया गया। कुलपति प्रो. पीके दशोरा ने ध्वजा रोहण किया। राष्ट्रगान के साथ ही सभी ने राष्ट्रीय ध्वज को सलामी दी और देश सेवा में बलिदान हुए रणबांकुरों को नमन किया।
कुलपति प्रो. पीके दशोरा ने स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए क्रांतिकारियों को नमन किया। उन्होंने देश की आजादी में स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को याद करते हुए कहा कि उनका बलिदान आज भी हमें प्रेरित करता है कि हमें अपने देश के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध रहना चाहिए। हमें यह स्मरण रखना है कि स्वतंत्रता का मतलब सिर्फ राजनीतिक आजादी नहीं बल्कि यह हमारे विचारों, विश्वासों और क्रियाओं की आजादी है। युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि भारत युवाओं का देश है तथा भारतीय युवाओं द्वारा कॉलेज एवं विश्वविद्यालय में बिताए अगले 20-25 वर्ष निर्णायक होंगे। 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने में हमारे युवाओं को महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी। मंगलायतन विश्वविद्यालय राष्ट्रहित की भावना से ओतप्रोत होकर पूरे मनोयोग से अपने विद्यार्थियों एवं कर्मचारियों को नवकौशल, शोध, नवाचार एवं संवैधानिक दायित्वों से सुसज्जित करने के लिए संकल्पित है
कुलसचिव ब्रिगेडियर समर वीर सिंह ने स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि हम सबको गर्व है हम स्वतंत्र हैं। हमारा प्रत्येक कार्य देश के नाम होना चाहिए और कर्तव्यों का निर्वहन ईमानदारी से करना चाहिए। इस अवसर पर विभाग एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेवकों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया। जिसमें योगेश गौतम, सुंदर, रमेश कुमार, सुवांगी कौशिक ने गीत व अजिता ने कविता पाठ किया। युक्ति ने भाव नृत्य की प्रस्तुति दी। विश्वविद्यालय में उत्कृष्ट सेवा देने वाले विभाग डिपार्टमेंट ऑफ कंप्यूटर इंजीनियरिंग, इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट, स्कूल ऑफ फार्मेसी के साथ ही शिक्षकों व कर्मचारियों को कुलपति द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर परीक्षा नियंत्रक प्रो. दिनेश शर्मा, प्रो. अब्दुल वदूद सिद्दीकी, प्रो. मसूद परवेज, प्रो. रविकांत, प्रो. जयंतीलाल जैन, प्रो. राजीव शर्मा, प्रो. महेश कुमार, प्रो. आरके शर्मा, डा. मनोज कुमार, डा. पूनम रानी, गोपाल राजपूत आदि थे। आभार व्यक्त श्वेता भारद्वाज व संचालन मयंक जैन ने किया।

 

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